संवाद सूत्र
पटना। देश दुनिया में बड़े-बड़े शातिर साइबर अपराधी हैं।चूंकि इंटरनेट का जमाना है तो बड़े-बड़े ठग और साइबर से जुड़े अपराधी बड़े -बड़ों को भी हैरत में डाल रहेे हैं। ये साइबर अपराधियों ने बिहार के डीजीपी को भी नहीं बख्शा। डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय के नाम पर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाने का मामला सामने आया है। इस अकाउंट से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजे जाने के बाद डीजीपी के फेसबुक अकाउंट की निगरानी करने वाले पुलिस अधिकारियों तक बात पहुंची, तुरंत इसकी जानकारी डीजीपी को दी गई और शास्त्रीनगर थाने में मामला दर्ज कराया गया। इसके पीछे कौन लोग हैं इसका पता लगाने में साइबर विशेषज्ञ जुटे हैं।
डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय के नाम पर साइबर अपराधियों ने फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाने के बाद कई लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भी भेजा। औरंगाबाद जिले के दाउदनगर निवासी अभिनव कुमार सिंह को इसी फर्जी फेसबुक अकाउंट से दोस्ती का फ्रेंड रिक्वेस्ट आया। मामला गड़बड़ लगा तो उन्होंने आला पुलिस अधिकारियों को इसकी सूचना दी। डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय के नाम पर फेसबुक अकाउंट तो है पर वह किसी को फ्रेंड रिक्वेस्ट नहीं भेजते हैं। लिहाजा अफसरों को यह समझते देर नहीं लगी कि किसी ने उनके नाम का फर्जी अकाउंट बनाया है।
डीजीपी के नाम पर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाने का मामला सामने आते ही पुलिस इसकी जांच में जुट गई है। तुरंत इसकी प्राथमिकी शास्त्रीनगर थाने में दर्ज कराई गई। इसके पीछे कौन लोग हैं इसकी जांच शुरू हुई कि शातिर ने फेसबुक पर जिस आईडी से फर्जी अकाउंट बनाया था उसे डिलिट कर दिया। चूंकि आईडी डिलिट कर दी गई, लिहाजा उसका पता लगाने के लिए फेसबुक कंपनी को लिखा गया है। जल्द आईडी बनाने वाले के शख्स की पूरी जानकारी पुलिस को मिल जाएगी।