नेट की परीक्षा जल्दी ही, नवोदय विद्यालय में चयनित शिक्षकों को लॉकडाउन बाद मिलेगी नियुक्ति

नई दिल्ली। केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज वेबिनार के माध्यम से देश भर के शिक्षकों के साथ बातचीत करते हुए ‘आचार्य देवो भव’ का संदेश दिया। उन्होंने छात्रों और समाज के बड़े हिस्से तक कोविड-19 से संबंधित जागरूकता फैलाने के लिए सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।



वे इस वेबिनार के दौरान दो बड़ी घोषणाएं कीं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नेट की परीक्षा तिथि जल्दी ही घोषित की जायेगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि जिन शिक्षकों ने नवोदय विद्यालय की भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली है, उन्हें लॉकडाउन के बाद नियुक्ति मिलेगी।


केन्द्रीय मंत्री ने सभी शिक्षकों से अपने कर्तव्यों का पालन करने और लॉकडाउन की स्थिति में भी छात्रों का शैक्षणिक कल्याण सुनिश्चित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत में, गुरु का महत्व हमेशा भगवान से अधिक रहा है और इसीलिए हमें आचार्य देवो भव: की भावना रखते हुए शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संकट में शिक्षकों ने भी अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों की तरह काम किया और उनके काम की बहुत प्रशंसा हुई।


श्री पोखरियाल ने कहा कि देश इस समय अभूतपूर्व स्वास्थ्य आपातकाल से गुजर रहा है। यह हर किसी के लिए एक मुश्किल समय होता है जहां माता-पिता की अपनी चिंताएं होती हैं और छात्रों की अपनी। एक शिक्षक की जिम्मेदारी बड़ी हो जाती है क्योंकि वह एक साथ कई बच्चों का अभिभावक होता है और उसे बिना किसी पूर्वाग्रह के सभी की देखभाल करनी होती है। देश भर के शिक्षकों ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है, जो सराहनीय है।


बातचीत के दौरान, श्री पोखरियाल ने कहा कि शिक्षकों द्वारा किए गए प्रयासों के कारण देश की ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली सफल साबित हुई है। कई शिक्षक प्रौद्योगिकी के विशेषज्ञ नहीं थे, लेकिन फिर भी उन्होंने छात्रों के लिए खुद को प्रशिक्षित किया और ऑनलाइन शिक्षा में योगदान दिया। संकट काल ने आगे पुष्टि की है कि यदि देश का शिक्षक मजबूत और जिम्मेदार है, तो वह देश हमेशा विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा। केंद्रीय मंत्री ने कोरोना वायरस के कारण दिल्ली में प्राथमिक विद्यालय के एक शिक्षक की मृत्यु पर भी शोक व्यक्त किया।


शिक्षकों की नियुक्तियों पर सवाल का जवाब देते हुए, मंत्री ने कहा कि केंद्रीय विद्यालयों में 8000 से अधिक नियुक्तियां की गईं और लगभग 2500 नियुक्तियां नवोदय विद्यालयों में की जानी हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में 12,000 से अधिक शिक्षक नियुक्त किए गए थे। नवोदय विद्यालय की भर्ती प्रक्रिया में चयनित शिक्षकों को लॉकडाउन समाप्त होते ही नियुक्ति पत्र मिल जाएगा। श्री पोखरियाल ने कहा कि हमारी सरकार का मानना है कि शिक्षकों के पद खाली नहीं रखे जाने चाहिए और मंत्रालय जल्द ही रिक्त पदों को भरने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।


श्री पोखरियाल ने यह भी बताया कि एनआईओएस के माध्यम से डीएलएड किए शिक्षकों के संबंध में जारी किए गए माननीय उच्च न्यायालय पटना के आदेशों का मानव संसाधन विकास मंत्रालय सम्मान करता है। उच्च न्यायालय पटना ने एनसीटीई के एक आदेश को रद्द कर दिया है जिसमें कहा गया था कि सेवा शिक्षकों में जिन्होंने एनआईओएस के माध्यम से डीएलएड कोर्स किया है, प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों के रूप में नियमित नियुक्ति के लिए मान्य नहीं है।


शिक्षकों के प्रशिक्षण पर सवाल का जवाब देते हुए श्री पोखरियाल ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के लिए शिक्षकों का प्रशिक्षण पूरी तत्परता के साथ चल रहा है और लाखों शिक्षक भी प्रशिक्षण से गुजर रहे हैं। पंडित मदन मोहन मालवीय नेशनल मिशन ऑन टीचर्स ट्रेनिंग (पीएमएमएमएनएमटीटी), ई-लर्निंग संसाधनों के उपयोग के लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण का आयोजन कर रहा है। मंत्री ने यह भी बताया कि इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शिक्षकों की भागीदारी बढ़ी है। शिक्षकों ने छात्रों को पढ़ाने के लिए खुद को नई तकनीकों से जोड़ने की इच्छा व्यक्त की है।


सत्र का समापन करते हुए मंत्री ने सामाजिक दिशा-निर्देश आदि से संबंधित स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए सभी शिक्षकों को धन्यवाद दिया और छात्रों और अभिभावकों को इन दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए प्रेरित किया। मंत्री ने शिक्षकों को कोविड-19 के खिलाफ इस युद्ध में पूरी ईमानदारी के साथ भाग लेने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने सभी शिक्षकों से शिक्षा से संबंधित किसी भी महत्वपूर्ण मुद्दे पर अपने सुझाव ट्विटर और फेसबुक पर भेजने का आग्रह किया।