मंडलायुक्त अनिल कुमार ने की कोविड-19 की समीक्षा

मथुरा से कोमल पाराशर की रिपोर्ट



मथुरा।  मण्डलायुक्त ने कोविड-19 में किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। होम क्वांरटीन किये गये लोगों के यहां पम्पलेट सूचना आवश्यक रूप से लगाये जायें। प्राईवेट अस्तपाल भी मरीजों का उपचार करें। प्रत्येक प्राईमरी काॅन्टेक्ट की आवश्यक रूप से सैम्पलिंग हो। आईसोलेशन एवं क्वांरटीन सेन्टरों में बेहतर व्यवस्था बनायें हाॅटस्पाॅट क्षेत्र के गेट पर। रजिस्टर रखवायें हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में। मेडीकल की व्यवस्थायें की जायें। निगरानी समितियों को और अधिक सक्रिय किया जाये। प्राईवेट में भी आईसोलेशन वार्ड एवं क्वांरटीन केन्द्र बनाने की व्यवस्था की जाय।


 मण्डलायुक्त अनिल कुमार कलेक्ट्रेट सभागार में कोविड-19 के संबंध में बैठक लेते हुए जनपद में कोविड-19 के अन्तर्गत किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की, जिसमें अवगत कराया गया कि जनपद में 71 केस कोरोना पाॅजिटिव पाये गये, जिसमें से 44 ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं तथा 04 व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है।


अब तक जनपद में 3033 सैम्पल लिये जा चुके हैं। मण्डलायुक्त ने मंगलवार को निकले 07 पाॅजिटिव व्यक्तियों के संबंध में जानकारी ली, जिसमें बताया गया कि इमरान बिठौली के मरीज के 05 परिवारीजन कोरोना पाॅजिटिव पाये गये हैं। एक सब्जी बैचने वाला राकेश तथा एक व्यक्ति बीरी सिंह जो मुम्बई से आया था।


आयुक्त ने सभी के प्राईमरी काॅन्टेक्ट वाले व्यक्तियों का तत्काल सैम्पलिंग करने के निर्देश दिये। आयुक्त को बताया गया कि जनपद में 600 बेड आईसोलेशन वार्ड के लिए मौजूद हैं तथा पर्याप्त मात्रा में क्वांरटीन सेन्टर भी बनाये गये हैं। श्री कुमार ने निर्देश दिये कि बाहर से आने वाले व्यक्तियों को होम क्वांरटीन करते समय उनके घर के बाहर पम्पलेट/फ्ैलेग सूचना आवश्यक रूप से लगाया जाये तथा निगरानी समितियां आवश्यक रूप से ऐसे व्यक्तियों का ध्यान रखें कि 14 दिन तक वह अन्य किसी व्यक्ति से न मिले और बाहर का व्यक्ति भी उनके सम्पर्क में न आये।


आयुक्त ने निर्देश दिये कि निगरानी समितियों को और अधिक सक्रिय बनाया जाये एवं इसकी जिम्मेदारी खण्ड विकास अधिकारी एवं क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी को दी जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ प्राईवेट अस्पताल भी कोरोना वायरस को छोड़कर अन्य मरीजों का भी इलाज करें।


उन्होंने निर्देश दिये कि इस प्रकार की योजना बनायी जाये, जिसमें पैड क्वांरटीन सेन्टर भी खोले जायें। श्री कुमार ने निर्देश दिये कि प्रत्येक आईसोलेशन सेन्टरों पर आये व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखा जाये। उन्हें पर्याप्त मात्रा में भोजन, पानी के साथ अन्य आवश्यक वस्तुओं को भी उपलब्ध कराया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रत्येक हाॅटस्पाॅट क्षेत्र पर रजिस्टर रखवाया जाये, जिससे अन्दर एवं बाहर जाने वाले व्यक्तियों का पूरा रिकाॅर्ड रखा जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि हाॅटस्पाॅट क्षेत्र के बाहर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कैम्प भी लगाया जाये, जिससे लोगों को आवश्यक दवायें उपलब्ध करायी जा सके। तत्पश्चात आयुक्त महुअन में बाहर से आये लाल सिंह एवं अजय पाल सिंह के घर जाकर होम क्वांरटीन किये गये लोगों के घर जाकर उनकी स्थिति को देखा।


उन्होंने पाया कि उनके घर पर पम्पलेट लगा हुआ है। उन्होंने आशा एवं आंगनबाडी कार्यकत्रियों से भी होम क्वांरटीन के बारे में जानकारी प्राप्त की। बैठक में एडीजी ए सतीश गणेश, जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा0 गौरव ग्रोवर, नोडल अधिकारी विपिन कुमार मिश्र, नगर आयुक्त रविन्द्र कुमार मांदढ, मुख्य विकास अधिकारी नितिन गौड़, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बृजेश कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रशासन सतीश कुमार त्रिपाठी, नगर मजिस्टेªट मनोज कुमार सिंह, सीएमओ डा0 संजीव यादव, एसीडाएम0 राजीव गुप्ता सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।