मुजफ्फरनगर। श्रमिकों की नियति देश में आजादी के बाद से ही दुर्भाग्यपूर्ण में रही है क्योंकि सरकार के नीति निर्माता एसी रूम में बैठकर बड़े-बड़े नीतियां तो तय कर देते हैं बड़ी-बड़ी बातें भी करते हैं लेकिन यथार्थ का धरातल पर वे नहीं पहुंच पाते अथवा नहीं पहुंचना चाहते।
लॉकडाउन की घोषणा के बाद से श्रमिकों के ऊपर संकटों का पहाड़ खड़ा है और सरकार बड़े-बड़े वादे सपने परोसने में लगी है। लेकिन देश के विभिन्न औद्योगिक राज्यों से पलायन कर रहे श्रमिकों के लिए सरकार के लिए न कोई नीतियां बची है न कोई सिद्धांत बचा है। श्रमिक भाग्य भरोसे ही हजार किलोमीटर तक पैदल चलने के लिए बाध्य हो रहे हैं। सरकार के दावे ऐसे जैसे सब कुछ सब लोगों को दे दिया गया है और सभी सरकारी व्यवस्था से संतुष्ट हैं। लेकिन श्रमिकों की हालात बहुत बुरी है, और सरकार इनकी ओर से बिल्कुल संवेदनहीन हो गई है। जब अमीरों के बच्चों के लिए सरकार के पास हवाई जहाज से लेकर स्पेशल ट्रेनें है, तो इन श्रमिकों के लिए कोई व्यवस्था क्यों नहीं ? यह सवाल यक्ष प्रश्न बना हुआ है। पर बहरी सरकार के लिए कुछ भी कहने का कोई असर नहीं है।
लॉकडाउन की वजह से पैदल ही घर के लिए निकले प्रवासी श्रमिक सड़क हादसे का शिकार हो गए। मुजफ्फरनगर कोतवाली क्षेत्र के सहारनपुर रोड पर एक रोडवेज बस ने पैदल चल रहे राहगीरों को कुचल दिया। इस हादसे में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए। जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।श्रमिक बिहार के रहने वाले बताए जा रहे हैं। सभी पंजाब में मजदूरी करते थे और लॉकडाउन की वजह से मजदूरी खत्म होने पर पैदल ही अपने घर के लिए जा रहे थे।
घटना रात 12 से एक बजे की बतायी जा रही है। पंजाब से बिहार एक लिए निकला यह जत्था सड़क किनारे पैदल अपने गंतव्य की ओर जा रहा था. तभी ताज डिपो की रोडवेज बस संख्या (UP85 AT-0911) ने उन्हें रौंद दिया. इस हादसे में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि चार अन्य घायल हो गए। इनमें से दो की हालत गंभीर है, जबकि दो को मामूली चोटें आई थी, जिन्हें उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। दोनों गंभीर घायलों को इलाज के लिए मेरठ रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि बस ड्राइवर नशे में था और वह गाड़ी पर नियंत्रण नहीं रख सका. हादसे के बाद ड्राइवर बस मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। फ़िलहाल पुलिस आरोपी ड्राइवर की तलाश कर रही है। पुलिस ने सभी मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। साथ ही मृतकों के परिजनों से संपर्क कर उन्हें हादसे की सूचना देने की कोशिश कर रही है।