सीएम योगी ने भरोसा दिया, हर जरूरतमंद को मदद करेगी यूपी सरकार

**    नोएडा पहुंच योगी ने लिया कोरोना से बचाव व तैयारी का जायजा


**      मजदूरों के पलायन रोकने की रणनीति बनाने का निर्देश


**          अधिकारियों को निर्देश, राहत पैकेज का लाभार्थी को मिले



नोएडा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को नोएडा पहुंचकर यहां कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी में समीक्षा बैठक में योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को पूरी गंभीरपूर्वक से कार्य करने का निर्देश दिया। सीएम योगी ने यमुना एक्सप्रेस—वे प्राधिकरण कार्यालय के समीप गरीब व जरूरतमंदों को भोजन व राशन का वितरण कर उन्हें हर संभव मदद का आवश्वासन दिया। इसके अलावा ग्रेटर नॉएडा स्थित शारदा हॉस्पिटल में स्थापित आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण कर वहां पर की गयी व्यवस्थाओं को बारीकी से परखा तथा उसपर संतोष व्यक्त किया। 


योगी आदित्यनाथ ने आज गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी पहुंच कर जिले के आला अधिकारियों के साथ कोरोना से बचाव के उपाय और पलायन कर रहे मजदूरों के मुद्दे पर बैठक की। जीबीयू में हुई इस बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं गौतमबुद्ध नगर के नोडल अधिकारी डा रजनीश दुबे, कमिश्नर मेरठ मंडल अनीता सी मेश्राम, तीनों प्राधिकरण के सीईओ, पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्ध नगर आलोक सिंह, जिलाधिकारी बीएन सिंह, सीएमओ डा अनुराग भार्गव सहित संबंधित अन्य अधिकारीगण आदि उपस्थित थे। योगी ने नोएडा और आस पास के गांवों में भोजन, दूध, राशन आदि की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इस बैठक में भी सीएम ने सोशल डिस्टेंसिंग का खासतौर पर ध्यान रखने को कहा और अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस बाबत लोगों को जागरूक किया जाए।


समीक्षा बैठक के दौरान सीएम योगी ने मजदूरों के पलायन के मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को शीघ्र रणनीति बनाकर अमल में लाने का आदेश दिया। सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वो ऐसे उद्योगों को कार्यशील करने के लिए चिन्हित करें, जहां से कोरोना वायरस के संक्रमण की संभावना नहीं है और वर्कर कैंपस में ही निवास करते हैं जैसे कि ईट भट्ठा के मजदूरों से सामुदायिक मेल मिलाप कम होता है। ऐसे उद्योगों के मालिकों से बात करके उन्हें बंद न करने की सलाह दें किन्तु सोशल डिस्टैन्सिंग का वह पूरा ख्याल रखें। ऐसे में मजदूरों का रोजगार भी चालू रहेगा और वे पलायन भी नहीं करेंगे।  


मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें की किसी भी कर्मचारी व मजदूर की सैलरी ना रोकी जाए। साथ ही ऐसे मजदूरों के मकान मालिकों से बात कर किराएदारों को राहत दिलाएं। संभव हो तो 1 महीने का किराया माफ करने को रजामंद करें। अगर यह संभव ना हो तो किराया भुगतान के लिए किरायेदारों को एक से दो  महीने का अतिरिक्त समय दिलाने का विकल्प दें। 


योगी आदित्यनाथ ने केजरीवाल का नाम न लेते हुए दिल्ली सरकार की निंदा कि। दिल्ली सरकार द्वारा बिजली पानी के कनेक्शन काटा जाना निंदनीय है। ऐसे समय पर जब हमें एक दूसरे की सहायता करनी चाहिए, तब दिल्ली सरकार द्वारा इन लोगों के बिजली-पानी के कनेक्शन काट दिए गए। लॉकडाउन के दौरान असहाय लोगों को भोजन-पानी, दूध तथा अन्य जरुरी वस्तुएं नहीं मिलीं। जिस कारण भूखे लोग सड़कों पर उतरे। इतना ही नहीं बहुत सारे लोगों को मदद के नाम पर डीटीसी की बसों से बॉर्डर तक पहुँचाकर छोड़ दिया गया। 


मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को सुनिश्चित करने को कहा कि वर्तमान में प्रदेश सरकार से दी जाने वाली सभी राहत योजनाओं का लाभ जन सामान्य को मिले। उन्होंने बैंकों के साथ समन्वय बनाकर काम करने को कहा। उन्होंने निर्देश दिया कि जिन लाभार्थियों का खाता है तो यह सुनिश्चित किया जाए कि उनके खाते में प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई रकम क्रेडिट हो। साथ ही जिन असहाय और जरूरमंद लोगों के खाते नहीं खुले हैं उनके खातें अतिशीघ्र खुलवाने का काम किया जाए। 


अधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री जी ने सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि साशेल मीडिया पर लॉकडाउन के तीन महीने तक जारी रखने की अफवाह को फैलाया गया। जिसके कारण ही अफरातफरी फैली। जिससे मजदूरों का पलायन शुरू हुआ। ऐसी अफवाहों को रोकने व कानूनी कार्रवाई करने का भी उन्होंने निर्देश दिया। 


गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी में समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा हॉस्पिटल में स्थापित आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने यमुना एक्सप्रेस—वे प्राधिकरण कार्यालय के समीप गरीब व जरूरतमंदों को भोजन व राशन का वितरण कर लोगों से स्थिति की जानकारी ली। साथ ही हर संभव मदद का आवश्वासन भी दिया। इससे पूर्व नॉएडा विकास प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी द्वारा प्राधिकरण के कर्मचारियों की ओर से इक्यावन लाख रूपये का चेक माननीय मुख्यमंत्री जी को भेंट किया गया। 


लॉकडाउन से उत्पन्न परिस्थितियों के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश के निवासियों की समस्यायों के निराकरण हेतु मुख्यमंत्री जी द्वारा उत्तर प्रदेश भवन में स्थापित कंट्रोल रूम का औचक निरिक्षण किया गया। उन्होंने निर्देश दिए कि दिल्ली या अन्य प्रदेशों में रहने वाले उत्तर प्रदेश के निवासियों के फोन कॉल्स को संजीदगी से लिया जाये तथा उनकी कठिनाईयों का हर सम्भव निराकरण किया जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि कॉलर को आश्वस्त किया जाये कि दिल्ली या जहां पर भी वह रह रहा है वहां से बाहर जाने में उसकी जान का खतरा है अतः उसके ठहरने, खाने, व उपचार की पूरी व्यवस्था उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही है। और उसकी सभी समस्याओं का समाधान यहीं पर किया जायेगा। 


उन्होंने कहा कि प्रदेश के निवासियों के ठहरने के लिए यदि अतिरिक्त आवासीय परिसरों की आवश्यक्ता हो तो नॉएडा / ग्रेटर नॉएडा प्राधिकरणों की मदद से चिन्हित कर उसकी व्यवस्था कर ली जाये। उन्होंने कंट्रोल रूम में कार्यरत कर्मियों से कॉलर से अति विनम्रता से बात करने को कहा इससे पूर्व कंट्रोल रूम के नोडल अधिकारी एवं ग्रेटर नॉएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने बताया कि आज सायं तक करीब 3000 टेलीफोन कॉल प्राप्त हुए हैं। सबसे अधिक कॉल दिल्ली, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश से प्राप्त हुए हैं। 


उन्होंने बताया कि सभी कॉलर्स की समस्याओं का समुचित समाधान किया जा रहा है। इस अवसर पर स्थानिक आयुक्त उत्तर प्रदेश प्रभात कुमार सारंगी ने बताया कि कंट्रोल रूम 24 x 7 कार्यरत है तथा संवेदनशील एवं कर्मठ कर्मचारियों की 8 - 8 घंटे की ड्यूटी लगायी गयी है तथा उनके स्वयं के द्वारा भी प्रत्येक कॉल की मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि कंट्रोल रूम के हेल्प लाइन नंबर 011-26110151, 26110778, 26111762, 26110052, 26110155 तथा व्हाट्सप्प नंबर 9313434088 है। 


इस अवसर पर अपर स्थानिक आयुक्त विभा चहल, अपर स्थानिक आयुक्त सौम्य श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।