नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोविड-19 राहत आपदा कोष में सार्क देशों के योगदान की मुहिम रंग लाने लगी है। उन्होंने पिछले दिनों सार्क देशों की बैठक के दौरान इस इमरजेंसी फंड की जरूरत बताते हुए इसके लिए एक करोड़ डॉलर देने का एलान किया था। तब से अब तक मालदीव, भूटान, नेपाल से लेकर अफगानिस्तान ने यथाशक्ति फंड दिया है। इसतरह भारत की दी धनराशि के अलावा इस फंड में और 23 लाख डॉलर की रकम जुड़ गई है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके मालदीव, भूटान और नेपाल को धन्यवाद भी दिया है।
शनिवार को अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के सादिक सिद्दीकी के प्रवक्ता ने बताया कि वह कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत का साथ देना चाहते हैं। इस संयुक्त साझेदारी से वैश्विक महामारी को मात देने के लिए सार्क देशों के फंड में अफगान सरकार ने दस लाख डॉलर देने की मंजूरी दी है। इससे पहले, पीएम मोदी के फैसले का स्वागत करते हुए मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कहा कि कोरोना के खिलाफ युद्ध छेड़ने को सार्क देशों के कोविड-19 राहत आपदा कोष में मालदीव दो लाख डॉलर देगा। इसीतरह शुक्रवार को ही सार्क देशों के कोरोना इमरजेंसी फंड में नेपाल ने दस लाख डॉलर (नेपाली रुपये में दस करोड़ रुपये) और भूटान सरकार ने एक लाख डॉलर देने की स्वीकृति दी है।