नोएडा। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा 21 दिनों के लिए घोषित किए गए लॉक डाउन के कारण आम नागरिकों विशेष रूप से गरीब वर्ग के व्यक्तियों, दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा चालक एवं झुग्गी वासियों को खाद्य सामग्री एवं भोजन की व्यवस्था करने में हो रही परेशानी एवं कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ऐसे बेसहारा एवं निराश्रित गरीब वर्ग के व्यक्तियों हेतु भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने की अपेक्षा की गई है।
प्राधिकरण के सीईओ रितु महेश्वरी के मुताबिक, इस बाबत लॉक डाउन के दौरान ऐसे व्यक्तियों के भोजन की व्यवस्था कराने हेतु नोएडा प्राधिकरण द्वारा कम्युनिटी किचन ऑपरेशन किए जाने हैं। इसके लिए अविनाश त्रिपाठी एवं नवीन सिंह विशेष कार्य अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी तथा अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा एक्शन में निम्नानुसार कार्यवाही की जाएगी।
जिन स्थानों पर अधिक आवश्यकता है, वहां कम्युनिटी सेंटर में कम्युनिटी की चेन सेट करेंगे। वे स्वयंसेवी संगठनों, गैर सरकारी संगठनों एवं उद्योगपतियों सूची तैयार करेंगे। आवश्यकतानुसार पास की व्यवस्था कराएंगे। वर्क सर्किल एवं राजस्व विभाग द्वारा तैयार बेसहारा एवं निराश्रित गरीब वर्ग से क्षेत्रों की सूची प्राप्त कर पैकेट बंद भोजन का वितरण सुनिश्चित कराएंगे। भोजन वितरण में जल एवं विद्युत यांत्रिक विभाग के स्टाफ को सम्मिलित करने को कहा गया है।
सबसे गंभीर समस्या का सामना नोएडा के गांवों में रहने वाले लाखों किराएदार श्रमिकों एवं मजदूरों को उठाना पड़ रहा है। इस ओर प्रशासन और नोएडा प्राधिकरण का कोई ध्यान नहीं है। गांवों में कमजोर लोगों और सबसे ज्यादा पीड़ितों की संख्या है। इन्हें सहयोग दिए बिना पुराना नोएडा में कोरोना की जंग लड़ना मुश्किल होगा।