नोएडा। नोएडा में कोरोना वाइरस के बढ़ती संख्या ने प्रदेश के सूबे सरकार को हिलाकर रख दिया है। गौतमबुद्ध नगर में कोरोना संक्रमण पीड़ितों की संख्या आज 37 तक जा पहुंची है। हालात बदतर हुए तो प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लॉकडाउन के बीच आज नोएडा, ग्रेटर नोएडा पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और उन्होंने कोरोना वाइरस से निपटने में विफलता पर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को हड़काया और फटकार भी लगाई। अधिकारी बंगले झांकते नज़र आये।
अधिकारी बहुत खुश थे कि मुख्यमंत्री उनके कार्यों व रिकॉर्ड को देखकर खुश होंगे, लेकिन दांव उल्टा पड़ गया। मुख्यमंत्री की नाराजगी का आलम यह रहा कि उन्होंने भरी मीटिंग में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई और जिम्मेदारों पर कार्रवाई तक के संकेत दे दिए। हालांकि मुख्यमंत्री के गर्म तेवरों से यहां के बड़े अधिकारियों पर किसी बड़ी कार्रवाई के संकेत मिल रहे हैं।
उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करने की अधिकारियों को नसीहत भी दी।उनका सीधा निशाना डीएम बीएन सिंह और सीएमओ अनुराग भार्गव पर केंद्रित रहा।हालांकि मुख्यमंत्री की इस मीटिंग के दौरान जिलाधिकारी बी एन सिंह ने जिले में काम करने में अपनी असमर्थता भी जाहिर कर दी। उन्होंने जिले में 18 -18 घण्टे काम करने का हवाला भी दिया। बता दें कि जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर तकरीबन 3 सालों से यहां तैनात हैं। पर, मुख्यमंत्री डीएम की बात से बेहद नाराज हुए। डीएम के तर्क को वे गले नहीं उतार सके।
उधर, डीएम बीएन सिंह ने भी गुस्से में मुख्य सचिव को पत्र लिखकर तीन महीने की छुट्टी मांग ली है और किसी अन्य की तैनाती करने की मांग की है।
मुख्यमंत्री ने नोएडा के सीजफायर कंपनी की तालाबंदी नहीं करने पर जिला प्रशासन को लपेट लिया। कंट्रोल रूम के सही से काम न करने पर भी नाराजगी दिखाई। उन्होंने सीजफायर कम्पनी पर कार्यवाही ना होने पर सवाल किए और पूछा कि अधिकारी दो महीने से क्या कर रहे थे ? गौतमबुद्धनगर के सीएमओ बीच में कुछ कहना चाह रहे थे, कि उनको चुप करते हुए सीएम ने कहा कि नोएडा के अफसरों की लापरवाही दिख रही है। आपको बता दें कि उत्तरप्रदेश के गौतमबुद्धनगर में अभी तक सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं।
इस बैठक में मुख्यमंत्री ने अलग-अलग मसलों पर अधिकारियों से जानकारी ली। इस बैठक में लोगों के पलायन और उनके लिए किए जा रहे इंतजाम का मुद्दा भी छाया रहा।
बैठक में जगह-जगह बनाए जा रहे कैंप, उन कैंप में लोगों को एक दूसरे से दूर रखने के उपाए कैंप में संक्रमण न फैलने पाए इसके लिए किए जा रहे इंतजाम और पलायन करके आ रहे मजदूरों के खान-पीने जैसे कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
बता दें कि मंगलवार को मुख्यमंत्री की योजना गौतमबुद्ध नगर के पास के गाजियाबाद जिले के निरीक्षण की है। वे मंगवार की सुबह 10 बजे गाजियाबाद जाएंगे और वहां संतोष मेडिकल कॉलेज का भी निरीक्षण करेंगे। इसके बाद वे गाजियाबाद के कविनगर में कम्युनिटी किचन देखेंगे और वहां पलायन करके आ रहे लोगों के लिए किए गए इंतजाम का जायजा लेंगे। गाजियाबाद में COVID 19 के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम का भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निरीक्षण करेंगे और इस सिलसिले में जिला प्रशासन की सारी व्यवस्थाओं की समीक्षा भी करेंगे।