कोरोना के भय से देव में आयोजित नहीं हो सका सूर्योपासना का छठ महापर्व
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कोरोना वायरस के भय के कारण इस बार सूर्योपासना के महापर्व छठ देव में आयोजित नहीं किया गया। लाखों की संख्या में देव में छठ महापर्व करने आने वाले लोग इस बार काफी निराश हुए। जिला प्रशासन ने देव सूर्य मंदिर व देव सूर्य कुंड तालाब को कोरोना वायरस के मद्देनजर लॉकडाउन कर दिया था।
देव के इतिहास में यह पहली घटना है कि छठ महापर्व जैसे त्यौहार के ऐन मौके पर लाखों छठव्रती छठ पर्व करने से वंचित रह गए। देश दुनिया के सामने कुछ स्थिति ऐसी है, जिसके कारण देव में भी इतना बड़ा कदम उठा लिया गया।
देव के धर्मस्थल सूर्य मंदिर और सूरजकुंड तालाब पर इस बार भारी पड़ गया कोरोना वायरस का दहशत। इस मौके पर देव की जनता साधुवाद के पात्र हैं, जिन्होंने जिला प्रशासन को कोरोना वायरस से लोगों को बचाने के लिए कदमताल से कदमताल मिलाया।
कोरोना वायरस का भय और लॉक डाउन के बीच चार दिवसीय चैती छठ पूजा व्रतियों ने अपने- अपने घरों में सादगी के साथ खरना पूजा का अनुष्ठान किया। इसके पूर्व व्रतियों ने स्नान कर खीरा, पीठा और रोटी का प्रसाद बनाया। फिर अराध्यदेव श्रीसूर्यनारायण और छठ्ठी मइया का नमन कर खरना सह लोहड़ पूजा का अनुष्ठान विधि-विधान से किया। साथ ही 36 घंटे निर्जला उपवास का संकल्प लिया। हलांकि छठ पूजा इस बार काफी कम घरों में आयोजित किया गया है। सोमवार की शाम श्रद्धालु ने अस्ताचलगामी और मंगलवार की सुबह उगते सूर्य को दूसरा अर्ध्य दान घर परिसर में कर मनोकामना पूर्ति की कामना कर आशीर्वाद मांगी है।
सुरेश चौरसिया, दैनिक राष्ट्रीय शान समाचार -पत्र
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