शेखर चौरसिया ने 16 वीं नेशनल पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2020 में जीता दो स्वर्ण पदक
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
क्या सफलता पाएगा वो जो
रहता निर्भर गैरों पर ।
मंजिल तो उसके कदमों में हैं
जो चलता अपने पैरों पर ।।
कहा जाता है अगर हिम्मत हो तो आसमां को भी छुना कोई मुश्किल काम नहीं है। वही इस कहावत लगातार चरितार्थ करते जा रहे हैं रोहतास जिले के गुनसेज गांव के रहनेवाला शेखर चौरसिया।
एक हादसे ने उनके जीवन में सबकुछ बदलकर रख दिया। वे दिव्यांग हो गए। उपर से घर में गरीबी की मार थी। कोई सहारा देने वाला नहीं था। पर, गरीबी से जुझते हुए शेखर ने ठान लिया कि चाहे कोई बाधा आये, उसे तोड़कर पार पाना है। आज शेखर चौरसिया राष्ट्रीय ,अंतर्राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर कई पुरस्कार पाकर एथलेटिक्स में अपनी पहचान बना लिय है।
शेखर चौरसिया ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित 16 वीं नेशनल पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2020 के पहले दिन 800 मीटर 1500 मीटर में बिहार के लिए दो स्वर्ण पदक जीता है।
बधाई हो शेखर बाबू को, जिन्होंने कभी अपने जीवन में धोनी बनने का सपना संजोया था, पर दुर्घटना में उन्हें पैरों में काफी नुकसान हुआ था। वे धोनी तो नहीं बन सके, फिर भी एथलीट में वे लगातार परचम लहरा रहे हैं। वे अपने नाम के साथ चौरसिया समाज का नाम रौशन कर रहे हैं, यह गर्व की बात है।