नोएडा। खेल कोई भी हो, खिलाड़ी का मनोबल ऊंचा रहता है। साथ ही खेल हमेशा स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है और युवाओं के सुनाहरे भविष्य के लिए एक पायदान है। खेल-कूद से शरीर के विभिन्न अंगों के उचित संचालन में मददगार होते हैं। खेलने से शरीर का व्यायाम होता है तथा पसीने के रूप में शरीर में जमा जल बाहर निकल आता है।
खेल-कूद शरीर और मन में ताजगी लाता है। इनसे मांसपेशियाँ सुगठित हो जाती हैं। मन की ऊब मिटाने और चित्त में प्रसन्नता लाने के लिए खेलों की जितनी भूमिका है। उतनी शायद अन्य किसी चीज की नहीं यही कारण है कि अलग- अलग समाज और देश में विभिन्न प्रकार के खेलों को पर्याप्त महत्त्व दिया जाता है।
स्कूल कालेज अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में खेल-कूद को शिक्षा का एक आवश्यक अंग माना जाता है। खेलों से संबंधित अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं। हर दिन एक घंटी खेल की होती है। खेल-प्रशिक्षक इस घंटी में बच्चों को तरह-तरह के खेल खेलना सिखाते हैं। बच्चे उत्साहित होकर खेलते हैं तथा तनाव से मुक्त होकर पुन : पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करते हैं। बच्चों को स्कूल के दौरान ही शिक्षा के साथ साथ क्रीडा या रुचि के अनुसार खेल का आयोजन समय समय पर किया जाता है जिसमें छात्र हिस्सा लेकर अपने विद्यालय और क्षेत्र व राज्य देश का नाम रोशन करते है ।
इसी क्रम गौतमबुद्ध नगर नोएडा के सेक्टर 91 में स्थित पंचशील बालक इण्टर कालेज में हुई खेल प्रतियोगिता में फ्रॉग रेस (दौड़) में 7 वर्षीय यश धामा गुर्जर ने हिस्सा लेकर फाइनल राउंड में द्वितीय स्थान लाकर विद्यालय समेत सभी का नाम रोशन किया।
यश धामा गुर्जर पुत्र देव गुर्जर (पत्रकार) गांव बख्तावरपुर सेक्टर 127 नोएडा निवासी ने स्कूलों के फ्रॉग रेस प्रतियोगिता मे भाग लेते हुए फाइनल में द्वितीय स्थान लाकर सिल्वर पदक जीतकर स्कूल ,पिता क्षेत्र गॉव का नाम रोशन किया। इसकी सूचना ग्राम वासियों को मिली तो पूरे ग्राम वासियों में खुशी का माहौल छा गया और अपने इस छोटी उम्र के बेटे पर पूरे गाँव को गर्व होने लगा। ग्राम वासियों चर्चा करने लगे कि खेल का उचित प्रशिक्षण मिलेगा तो यह बच्चा आगे चलकर जिला गौतमबुद्धनगर और देश का नाम गोल्ड मेडल जीतकर भी रोशन करेगा।