छात्रों ने एमिटी उत्सव के शास्त्रीय नृत्य एवं समूह गायन में दिखाया दमखम

**    तृतीय दिन कबाड़ से माॅडल निर्माण एंव पोस्टर प्रतियोगिताओं का हुआ आयोजन


नोएडा। एमिटी विश्वविद्यालय में चल रहे पांच दिवसीय 35 वें एआईयू नेशनल यूथ फेस्टीवल ‘‘एमिटी उत्सव’’ में कार्यक्रम के तृतीय दिन पांरपरिक नृत्य प्रतियोगिता, शास्त्रीय समूह गायन, एकल नृत्य प्रतियोगिता, नाटक मंचन, कोलार्ज मेकिंग प्रतियोगिता, वाद विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें देश भर के 90 विश्वविद्यालयों से आये विभिन्न टीमों ने हिस्सा लिया। विदित हो कि एमिटी विश्वविद्यालय में आयोजित एमिटी उत्सव के आखरी दिन 07 फरवरी को विजयी टीमों को पुरस्कृत किया जायेगा।



शास्त्रीय समूह गायन प्रतियोगिता में बनारस हिंदु विश्वविद्यालय, केरल विश्वविद्यालय, अमृता विश्व विद्यापीठ्म विश्वविद्यालय, नागपुर विश्वविद्यालय आदि सहित कुल 15 टीमों ने हिस्सा लिया है। इस अवसर पर हर विश्वविद्यालय की टीम को दो गीत ( एक देशभक्ती एंव एक लोकगीत ) प्रस्तुत करना था। टीम किसी फिल्म का गीत प्रस्तुत नही कर सकती थी और हम टीम के सदस्यों की संख्या 06 से अधिक नही हो सकती है। इस अवसर पर टीमों द्वारा हिंदी गीत आजादी की पताका सब फहरायेगें, वतन की मिट्टी की सोंधी खुशबू, सहित लोकगीतों में मलयालम गीत विश्वसुदंरम इत्रमोहितम, राजस्थानी गीत मोरे हिंवडा में आदि प्रस्तुत किया गया। इस प्रतियोगिता में प्रयाग संगीत समिती इलाहाबाद के पर्यवेक्षक एंव कलाकार श्री शैलेंद्र कुमार पाठक, कुलाची हंसराज माॅडल स्कूल के संगीत विभाग के प्रमुख डा अनिल सोनी, लोक कला विकास परिषद के अध्यक्ष डा श्रीनिवास लिंगा निर्णायक मंडल में शमिल थे।


35 वें एआईयू नेशनल यूथ फेस्टीवल ‘‘एमिटी उत्सव’’ में कबाड़़ वस्तुओं से माॅडल निर्माण करने की प्रतियोगिता ‘‘इस्टालेशन’’ का आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों को बेकार एंव रद्दी वस्तुओं का प्रयोग करके एक माॅडल का निर्माण करना था। इस कार्यक्रम में झारखंड के्रन्द्रीय विश्वविद्यालय, चंडीगढ विश्वविद्यालय, गुवाहाटी विश्वविद्यालय, गुलर्बग विश्वविद्यालय, गुरू नानक देव विश्वविद्यालय आदि सहित कुल 15 टीमों ने हिस्सा लिया और कबाड़, रद्दी एंव बेकार वस्तुओं से संस्कृति को दर्शाते हुए माॅडल तैयार किये जिसमें छात्रों ने किसानों की खेती, पक्षियों का अवागमन, शिक्षित होते छात्र, देवी मां की प्रतिमा आदि तैयार किये। इस कार्यक्रम में फाइन आर्ट कलाकार श्री त्रिभुवन कुमार देव, श्री जय प्रकाश त्रिपाठी एंव श्री बिपिन कुमार निर्णायक मंडल मे शामिल थे।


कार्यक्रम के दौरान शास्त्रीय एकल नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें बतौर निर्णायक शास्त्रीय नृत्यांगना डा वनजा उदय, कलाकार श्रीमती भस्वती चक्रवर्ती उपस्थित थे। इस प्रतियोगिता में 14 काॅलेज के छात्रों ने कथक, कथकली, भरतनाट्यम आदि शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति देकर मौजूदा दर्शकों का मन मोह लिया। इस  प्रतियोगिता में लवली प्रोफेशनल युनिवर्सिटी, गुजरात प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गुवाहाटी युनिवर्सिटी, भारतीय विद्यापीठ, बनारस हिंदू युनिवर्सिटी, रेवा युनिवर्सिटी सहित अनेक छात्रों ने नृत्य प्रस्तुत किया।


नाटक प्रतियोगिता ‘‘वन एक्ट प्ले’’ के अंर्तगत कुल 15 टीमों ने हिस्सा लिया है जिसमें आज 07 टीमों द्वारा कल प्रस्तुती दी गई थी और बाकी 08 टीमों आज प्रस्तुती दी गई। इन टीमों द्वारां नाटक मंचन के लिए की गई मेहनत छात्रों के परिधानों, स्टेज प्राप्पस, पटकथा एंव एक्टिंग कौशल में दिखाई दे रही थी। प्रतियोगिता में कोल्हापुर के शिवाजी विश्वविद्यालय की टीम द्वारा संदेह का लाभ नामक नाटक प्रस्तुत किया गया जिसमें एक लड़के का संबध एक भविष्य उन्मुख छात्रा से था किंतु उसे लगता कि उसका रिश्ता नीरस होने लगा है तो वह लड़की से कुछ बाते छिपाने लगता है। लड़की के कहने पर कि वह कल उससे कुछ बात करना चाहती है लड़के को लगता है कि वह पकड़ा गया जिससे नाटक में हास्य की स्थिती को दर्शाया गया है। इसके अतिरिक्त राजा मानसिंग तोमर ंसगीत एंव कला विश्वविद्यालय आदि द्वारा नाटक प्रस्तुत किया गया।


इस अवसर पर पेटिंग प्रतियोगिता, मेंहदी प्रतियोगिता एंव कोलार्ज प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।