नोएडा/ ,लखनऊ। भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ यूपी के 5 आईपीएस अधिकारियों पर आरोप मढ़ने वाले पूर्व एसएसपी वैभव कृष्ण ने एसआईटी को अपना बयान दर्ज कराया। गौतमबुद्ध नगर जिले के पूर्व एसएसपी वैभव कृष्ण मंगलवार को दोपहर विजिलेंस के डायरेक्टर हितेश चंद्र अवस्थी के सामने पेश हुए और अपनी पक्ष रखा।
मिली खबर के मुताबिक़ वैभव कृष्ण ने जिन अधिकारियों पर आरोप लगाए थे, उनके बारे में डिजिटल साक्ष्य के साथ उन कथित पत्रकारों के कुबूलनामे के बारे में भी बताया। उन्होंने एसआईटी को बताया कि अगस्त में गिरफ्तार किए गए पत्रकारों के बयान और उनसे मिले साक्ष्य के आधार पर ही यह शिकायत की थी। उन्होंने यह भी बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों ने कई जिलों में तैनात पुलिस अधिकारियों से अपने संबंध होने और ट्रांसफर-पोस्टिंग में पैसों के खेल का खुलासा किया था।
बता दें कि कि वैभव कृष्ण ने पांच आईपीएस अधिकारियों सुधीर कुमार सिंह, रामपुर के एसपी अजय पाल शर्मा, सुल्तानपुर के एसपी हिमांशु कुमार और बांदा के एसपी गणेश साहा के अलावा एसटीएफ के एसएसपी राजीव नारायण मिश्रा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए डीजीपी मुख्यालय और अपर मुख्य सचिव गृह को इसकी शिकायत की थी। इससे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था। मामला पुलिस विभाग से होकर मुख्यमंत्री तक जा पहुंचा। इस शिकायत पर कोई कार्रवाई होती, इससे पहले ही वैभव कृष्ण पर एक महिला से अश्लील बातचीत का कथित वीडियो वायरल हो गया था। वैभव कृष्ण ने इसे अपने खिलाफ साजिश करार देते हुए पहले वीडियो को फर्जी बताया और फिर डीजीपी व एसीएस होम से की गई शिकायत का पत्र मीडिया में लीक कर दिया।
इसे शासन ने आचरण नियमावली के उल्लंघन के आरोप में वैभव को निलंबित कर दिया था। वहीं आरोपी 5 अफसरों को स्थानांतरित कर मामले की जांच शुरू कर दी गई।